किन पर विश्वास नहीं करना चाहिए
।। अप्रिये कृतं प्रियमपि द्वेष्यं भवती।। शत्रू द्वारा ऐसा व्यवहार जो देखने मे हितकारी प्रतीत हो,उसे दूध से भरे बर्तन के मुख पर लगे विष के समान ही मानना चाहिए।…
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।। अप्रिये कृतं प्रियमपि द्वेष्यं भवती।। शत्रू द्वारा ऐसा व्यवहार जो देखने मे हितकारी प्रतीत हो,उसे दूध से भरे बर्तन के मुख पर लगे विष के समान ही मानना चाहिए।…
मर्यादातीतं न कदाचिदपि विश्वसेत् जो व्यक्ती सामाजिक नियमो अर्थात मर्यादाओ का उल्लंघन करते है उनका कभी भी विश्वास नही करना चाहिये। प्रत्येक समाज मे कुछ नियम होते है। समाज उन…