गुणवान मनुष्य का आश्रय लेने गुणहीन व्यक्ती भी गुणी हो जाता है-Jaisi sangat vaisi rangat-You become who you are with.
गुणवदाश्रयान्निर्गुणोपि गुणी भावति। गुणवान मनुष्य का आश्रय लेने से अथवा उसके पास रहणे से गुणहीन व्यक्ती भी गुणी हो जाता है। प्रत्येक व्यक्ती को इस संसार मे सभी बातो का…