उत्साही व्यक्ती के लिए इस संसार मे कोई भी कार्य ऐसा नहीं जो वह कर न सके-utsahi vyakti ke liye kuch bhi kathin nahi
उत्साहवतां शत्रवोपि वशिभवन्ति। जो व्यक्ती उत्साही होते है वे अपने अति शत्रू को भी वश मे कर सकते है।उत्साही व्यक्ती के लिए इस संसार मे कोई भी कार्य ऐसा नहीं…